5000+ घंटे विमान उड़ाने का है अनुभव, सामने हुआ था तेजस का टेस्ट: जानें कौन हैं एयर मार्शल एपी सिंह, बने भारतीय वायु सेना के नए प्रमुख
एयर मार्शल सिंह, जो वर्तमान में वाइस चीफ हैं, ने 21 दिसंबर 1984 को वायु सेना में कमीशन प्राप्त किया और उनके पास 5000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है। वे एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और परीक्षण पायलट हैं, और उन्होंने मिग-29 अपग्रेड प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एयर मार्शल एपी सिंह: भारतीय वायु सेना के नए प्रमुख
भारतीय वायु सेना (IAF) से जुड़ी महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है, जिसमें एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह (ए.पी. सिंह) को अगला मुख्य वायु सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह वर्तमान में वाइस चीफ के पद पर कार्यरत हैं और 30 सितंबर 2024 को इस पद का कार्यभार ग्रहण करेंगे, जब मौजूदा एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी सेवानिवृत्त होंगे।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “सरकार ने एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह, जो वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ द एयर स्टाफ के रूप में कार्यरत हैं, को एयर चीफ मार्शल के पद पर अगला मुख्य वायु सेना प्रमुख नियुक्त किया है, जो 30 सितंबर 2024 की दोपहर से प्रभावी होगा।”
एयर मार्शल ए.पी. सिंह का वायु सेना में एक शानदार करियर रहा है। उन्होंने 21 दिसंबर 1984 को फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया और तब से उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनके पास 5000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है और वे एक शानदार फाइटर ट्रेनर और टेस्टिंग पायलट हैं।
उनकी प्रमुख उपलब्धियों में ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन का नेतृत्व करना और एक अग्रिम एयर बेस का संचालन शामिल है। वे रूस में मिग-29 अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम के प्रमुख भी रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने हल्के लड़ाकू विमान (तेजस) के उड़ान परीक्षण के लिए राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में परियोजना निदेशक के रूप में कार्य किया है।
एयर मार्शल ए.पी. सिंह ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की है, जो उनकी नेतृत्व और रणनीतिक विशेषज्ञता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे “परम विशिष्ट सेवा मेडल” और “अति विशिष्ट सेवा मेडल” जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों के प्राप्तकर्ता हैं, जो उनकी सेवा और योगदान को मान्यता देते हैं।
एयर मार्शल ए.पी. सिंह की नियुक्ति भारतीय वायु सेना के लिए एक नई दिशा में संकेत देती है। उनकी विशाल अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण से भारतीय वायु सेना की क्षमताओं में सुधार होने की संभावना है। रक्षा मंत्रालय का यह बयान उनके अनुभव और क्षमता को देखते हुए एक सकारात्मक संकेत है। इस बदलाव के साथ, भारतीय वायु सेना के महत्वपूर्ण कार्यों और मिशनों को और मजबूती मिलेगी।
30 सितंबर को एयर मार्शल ए.पी. सिंह का कार्यभार ग्रहण करना, भारतीय वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण घटना होगी, जो न केवल उनके लिए, बल्कि समस्त वायु सेना के लिए गर्व का क्षण है। इस प्रकार, एयर मार्शल ए.पी. सिंह का नेतृत्व वायु सेना की नई दिशा को तय करेगा और उन्हें अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए भारतीय वायु सेना की क्षमताओं को और अधिक मजबूत करने का अवसर मिलेगा।