पूर्व छात्र मेजर जनरल जाखड़, रिटायर मेजर जनरल गुप्ता की विजिट
शूटिंग रेंज का उद्घाटन; सेना के अफसर बोले – सफलता के लिए अनुशासित दिनचर्या जरूरी
मेजर जनरल अनूप जाखड़ ने कहा कि कठोर परिश्रम, अनुशासित दिनचर्या और शिक्षकों का सम्मान करने बाला हर विद्यार्थी हमेशा आगे बढ़ता है, यहा सफलता की कुंजी है। जाखड़ राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर रिटायर्ड मेजर जनरल पीयूष गुप्ता ने कैडेट्स को स्कूल के ध्येय वाक्य ‘शीलम् परम॑ भूषणम्‘ यानि शौल ही सबसे बढ़ा आभूषण है, को जीवन में चरितार्थ करने को कहा। उन्होंने कहा कि मनुष्य का स्वभाव उसका चरित्र, आचरण, चाल-चलन और उसका अच्छा एवं उत्तम व्यवहार ही उसके गहने हैं।
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल अजमेर में शूटिंग रेंज का उद्घाटन
सेना के दोनों शीर्ष अफसर अजमेर की राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के पूर्व छात्र हैं। शुक्रवार को अजमेर प्रवास के दौरान मेजर जनरल अनूप जाखड़ और रिटायर्ड मेजर जनरल पीयूष गुप्ता स्कूल का निरीक्षण कर कैडेट्स से रूबरू हुए। उन्होंने एयर रायफल से फायर कर स्कूल की नई शूटिंग रेंज का शुभारंभ किया। इस मौके पर स्कूल की वार्षिक पत्रिका का विमोचन भी किया गया। शुभारंभ समारोह में सेना के इन दोनों अफसरों के साथ बिग्रेडियर, कर्नल, लेपिटनेंट कर्नल, मेजर सहित अन्य रैंक के कई सैन्य अफसर मौजूद थे।
मेजर जनरल अनूप जाखड़ 01 जुलाई 1978 को कैडेट नंबर 879 प्राप्त कर राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के पृथ्वीराज सदन में शामिल हुए थे। यह एक संयोग ही है कि उस बैच के दो पूर्व छात्र मेजर जनरल अनूप जाखड़ और रिटायर्ड मेजर जनरल पीयूष गुप्ता एक साथ स्कूल पहुंचे। मालूम हो कि रिटायर्ड मेजर जनरल पीयूष गुप्ता के लगातार प्रयासों के मिलिट्री स्कूल को सेना के शानदार नस्ल के घोड़े मिले हैं। इसके बाद स्कूल में घुड़सवारी शुरू हो सकी। इस मौके पर स्कूल के घुड़सबारों ने घोड़ों पर एक से बढ़कर एक करतब दिखाए। घोड़ों की परेड का भी आयोजन किया गया। कैडेट्स ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दीं। प्राचार्य Colonel अमरदीप सिंह ने सभी अतिथियों का आभार जताया।
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